India Justice Yatra 🇮🇳
🗓️ 14 January to 20 March
📍From Manipur to Mumbai
6200 km. , 14 states 85 districts.
Rahul Gandhi's second visit has been named "Bharat Nyay Yatra". Some intellectuals are saying whether this yatra will be Congress yatra or India alliance yatra?
In this context, it can be said that only if Congress is strong, the India alliance will be successful.
One thing that the parties of India Alliance should also understand very well is that BJP remains powerful because Congress is going through its worst phase at the moment. The moment Congress's stature will rise, BJP will start collapsing. Therefore, the success of the India alliance depends only on the success of the Congress.
The truth is also that at present Congress does not seem to be single-handedly defeating BJP in any major state of India, which is a matter of concern. Therefore, to preserve its existence, Congress will have to fight an all-out battle in 2024, and this is where Rahul Gandhi is now seen doing all the work. This responsibility is not only of Rahul Gandhi alone, but also of the general public.
If the opposition in the country has to be kept alive and the hope of democracy in the country has to be maintained, then Congress's "Bharat Nyaya Yatra" will have to be made as popular and popular as possible, only then the welfare of the country will actually be ensured.
हिन्दी रुपांतरण
भारत न्याय यात्रा 🇮🇳
🗓️ 14 जनवरी से 20 मार्च
📍मणिपुर से मुंबई तक
6200 किमी. | 14 राज्य | 85 जिले।
राहुल गांधी की दूसरी यात्रा को "भारत न्याय यात्रा" नाम दिया गया है। कुछ बुद्धिजीवी बोल रहे है, कि ये यात्रा कांग्रेस यात्रा होगी, या इंडिया गठबन्धन की ?
इस संदर्भ में यहीं कहा जा सकता है, कि यदि कांग्रेस मजबूत होगी, तभी इंडिया गठबन्धन कामयाब हो सकेगा।
एक बात इंडिया गठबन्धन के दल भी भली-भांति समझ लें, कि बीजेपी इसीलिए पावरफुल बनी हुई है, क्योंकि कांग्रेस इस समय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। जिस समय कांग्रेस का कद ऊंचा बढ़ेगा, वहीं बीजेपी धड़धड़ा कर ढहने लगेगी । इसलिए इंडिया गठबन्धन का कामयाब होना कांग्रेस की कामयाबी पर ही टिका हुआ है।
सच्चाई यह भी है, कि वर्तमान समय में कांग्रेस भारत के किसी भी बड़े राज्य में अकेले दम पर बीजेपी को मात देती नजर नहीं आ रहीं है, जो एक चिंता का विषय है। इसलिए कांग्रेस को अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिए भी 2024 में आर-पार की लड़ाई लड़नी होगी, और यहीं सब काम अब राहुल गांधी करते हुए दिखाई दे रहे है। यह जिम्मेदारी अकेले राहुल गांधी की ही नहीं है, बल्कि आम जनता की भी होगी।
यदि देश में विपक्ष को जिंदा रखना है, तो देश में लोकतंत्र की उम्मीद को कायम रखना है, तो कांग्रेस की "भारत न्याय यात्रा" को अधिक से अधिक लोकप्रिय व जनप्रिय बनाना होगा, तभी वास्तव में देश का कल्याण सुनिश्चित हो सकेगा।
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