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Saturday, October 21, 2023

Decision (निर्णय )


Recently, in view of Madhya Pradesh elections, the indecent remarks made by Akhilesh Yadav on Congress and its leaders are extremely insulting.

        The Congress Party is currently going through a period of struggle, and that is why some regional parties want to take full advantage of its weakness.  Keeping this in view, Akhilesh Yadav also wants to wash his hands in the Ganga flowing in Madhya Pradesh.  Agreed, Congress is in a very weak position, but it does not mean that it should now start worshiping the feet of other parties at every step?
  
       If Akhilesh Yadav is becoming a burden for Congress, then it would be wise to throw away such burden.

       If Congress wants to maintain its identity, then in the future it should keep distance from the "Samajwadi Party" as well as the "Aam Aadmi Party", because both these parties, due to their extreme ambitions, will end up creating trouble for the Congress.  This is going to be proved.

       Congress should keep in mind that only if they prove their own capability, their history will be written, otherwise only dead bodies will be left on the shoulders of others.

  (The above article is a review of the Congress Party)


हिन्दी रुपांतरण

अभी हाल ही में अखिलेश यादव ने, मध्यप्रदेश चुनाव के मद्देनजर, कांग्रेस व उसके नेताओं पर जो अमर्यादित टिप्पणी  की है, वो बेहद अपमानजनक है। 

       कांग्रेस पार्टी वर्तमान समय में संघर्ष के दौर से गुजर रही है, और यही कारण है, कि कुछ क्षेत्रीय पार्टियां उसकी इस कमजोरी का भरपूर फायदा उठाना चाहती है।  अखिलेश यादव भी इसी के मद्देनजर,  मध्य प्रदेश में बहती गंगा में हाथ धोना चाहते है।   माना कांग्रेस बेहद कमजोर स्थिति में है, पर इसका मतलब ये नहीं, कि वो अब कदम-कदम पर दूसरी पार्टियों की चरण वंदना करने लगे ? 
  
      यदि अखिलेश यादव कांग्रेस के लिए बोझ बन रहे हैं, तो ऐसे बोझ को छिटककर फेंक देना ही समझदारी होगा। 

      कांग्रेस यदि अपनी पहचान बनाये रखना चाहती है,  तो भविष्य में उसे "समाजवादी पार्टी"   के साथ-साथ  "आम आदमी पार्टी"  से भी दूरी बनाकर चलना चाहिए,  क्योंकि ये दोनों पार्टियां अपनी अति महत्वकांक्षा के चलते अंत में कांग्रेस के लिए जी का जंजाल ही साबित होने वाली है।

      कांग्रेस को ध्यान रखना चाहिए, कि यदि वे अपनी स्वयं की क्षमता को सिद्ध करेंगे , तभी उनका इतिहास लिखा जायेगा, अन्यथा दूसरे के कंधों पर तो सिर्फ मुर्दे जाते है। 

 ( उक्त लेख कांग्रेस पार्टी की समीक्षा है )

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