Pages

Wednesday, November 29, 2023

असली हकदार


   Someone's hard work, and someone's name?
        Ever since Modi has come, this ritual is now being performed everywhere.
         Shame on such leaders, who claim applause from others by claiming it as their own.  But pity also falls on the public, who, despite seeing and understanding everything, not only claps for these people but also votes in their favor.
        The habit of not seeing, despite having open eyes, forces the leaders to remain like God and the one who gets the real credit to remain a beggar.


हिन्दी रुपांतरण

मेहनत किसी की, और नाम किसी का ?
       जबसे मोदी आये है, यही रस्म अब हर स्थानों पर निभाई जा रही है। 
        लानत है ऐसे नेताओं पर, जो दूसरों के श्रेय को अपना बताकर वाहवाही लूटते है।  परन्तु तरस जनता पर भी आता है, जो सब कुछ देखने व समझने के बाद भी इन्हीं लोगों के लिए न केवल तालियां बजाती है, बल्कि वोटिंग भी इन्हीं के पक्ष में करती है।
       खुली आंखें होने के बावजूद,  न देखने की आदत, नेताओं को भगवान व असली श्रेय पाने वाले को फ़कीर बने रहने को विवश करती है।

No comments:

Post a Comment