King Manglu was sitting in the court, after conquering Madhya Pradesh, Chhattisgarh and Rajasthan, his feet were not on the ground. There was sloganeering going on in the court, the opposition members wanted to ask some questions to Raja Manglu and the Home Minister regarding the security of the court, but on doing so, Raja Manglu made everyone leave the court with eviction placards.
Then the Home Minister enters---
Home Minister: Jai Maharaj.
Raja Manglu - Tell me Home Minister, what news have you brought?
Home Minister - Maharaj, your bell is ringing everywhere…that is what I mean.
But Maharaj, the people of Rajasthan are adamant on buying cylinders worth Rs 450/-, saying that you had given a guarantee?
Raja Manglu----Guarantee.............hahahahahaha.......Hey, someone go and tell them properly? That my biggest guarantee is that I will not go back on my words. In Uttar Pradesh too, we had guaranteed two free cylinders on festivals in a year, and fooled the people there.
It seems, Home Minister, he has not seen my history of the last 10 years? Guarantee........hahahahahaha? How stupid are the people too, Home Minister? Does she rely even on puns and catchphrases? Guarantee..... HAHAHAHAHAHAHAHAHAHAHA?
Home Minister---Maharaj, can he get angry like this?
Is the election also near, Maharaj?
Raja Manglu---Hey Home Minister, in today's time we do not convince our own people? So will you convince this public?
Shouldn't I just throw around my name and be a catchphrase? In fact, I have also done it from time to time for character's sake?
I had also given a guarantee of providing employment worth Rs 2 crore every year?
A guarantee was also given to provide a permanent house to every person by 2022?
A guarantee was also given to double the income of farmers by 2022?
Was there also a guarantee to bring back the black money?
Was there also a guarantee of giving Rs 35/- for petrol and diesel?
I had also given a guarantee to build 100 metro cities?
I had also given a guarantee to run the bullet train?
...................So did I do all this? Now, I had also opened AIIMS in Darbhanga like this? Hahahahaha.
Home Minister--Maharaja, can the public revolt because of this?
Raja Manglu---Home Minister, at the height we are at today, even if we cut the throats of our own people, they too will not be able to say "chu", and you are talking about rebellion? Have you seen Madhya Pradesh and Rajasthan? Thrown out like a fly in milk?
Home Minister, if I push you out of the state right now, then the media and my stupid blind followers will try to prove it as my masterstroke? And will you cheer me separately? If you say so, should I do it?
Home Minister---Yes...Yes...No...Your Majesty? I am leaving, I have some important work of the state... I mean... I want to get ED and CBI raid on the opposition?
Raja Manglu---Enough...Enough... Home Minister,...Actually,
This is where our real work is, we work 18-18 hours for elections and this work.
Should the opposition be afraid of ED and CBI? What about the fear among the public that “Hindus are in danger”? And should your own people be afraid of not standing before me? This will be your welfare. Go quickly… and get on with your mission.
But nothing will happen to you, this is my guarantee….hahahahahaha.
Hearing King Manglu's characteristic laughter, the Home Minister also started getting scared, and he immediately slipped away from the court.
हिन्दी रुपांतरण
राजा मंगलू दरबार में बैठा था, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान जीतकर उसके पैर जमीं पर न थे। दरबार में नारेबाजी का दौर चल रहा था, विपक्ष के सदस्य दरबार की सुरक्षा को लेकर राजा मंगलू व गृहमंत्री से कुछ सवाल करना चाहते थे, परन्तु राजा मंगलू ने ऐसा करने पर सभी को निष्कासन की तख्तियां पकड़ाकर दरबार से बाहर करवा दिया।
तभी गृहमंत्री का प्रवेश होता है ---
गृहमंत्री --महाराज की जय हो।
राजा मंगलू --बोलो गृहमंत्रीजी, क्या समाचार लाये हो ?
गृहमंत्री --महाराज, सभी तरफ आपका ही घंटा..........वो मेरा मतलब है, ....डंका बज रहा है।
पर महाराज , राजस्थान की जनता 450/-रुपये के सिलेंडर लेने पर अड़ी है, कह रही है, कि आपने गारंटी दी थी ?
राजा मंगलू----गारंटी...........हाहाहाहाहा....... अरे कोई उन्हें जाकर सही से बताओ ? कि अपने कहे से पलटना ही मेरी सबसे बड़ी गारंटी होती है । उत्तरप्रदेश में भी हमने साल में त्यौहार पर दो सिलेंडर फ्री देने की गारंटी दी थी, और वहां की जनता को बेवकूफ बनाया था।
लगता है, गृहमंत्रीजी, उन्होंने मेरे पिछले 10 वर्षों का इतिहास नहीं देखा ? गारंटी ........ हाहाहाहाहा ? जनता भी कितनी मूर्ख होती है गृहमंत्री जी ? फेंकूं व जुमलेबाज़ पर भी भरोसा कर बैठती है ? गारंटी..... हाहाहाहाहाहाहाहाहाहा ?
गृहमंत्री ----महाराज, ऐसे तो वो रुठ सकते है ?
चुनाव भी निकट ही है महाराज ?
राजा मंगलू---अरे गृहमंत्री जी, आज के समय में हम अपनों को नहीं मनाते ? तो इस जनता को मनायेगें ?
मेरा नाम यों ही फेंकूं व जुमलेबाज़ नहीं है ? बल्कि मैंने इसे समय-समय पर चरित्रार्थ भी किया है ?
गारंटी तो मैंने दो करोड़ हर वर्ष रोजगार देने की भी की थी ?
गारंटी तो हर व्यक्ति को 2022 तक पक्का घर देने की भी की थी ?
गारंटी तो किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुनी करने की भी की थी ?
गारंटी कालाधन वापिस लाने की भी की थी ?
गारंटी पैट्रोल-डीजल 35/- रुपए देने की भी की थी ?
गारंटी मैंने 100 मैट्रो सिटी बनाने की भी की थी ?
गारंटी मैंने बुलेट ट्रेन चलाने की भी की थी ?
...................तो क्या यह सब मैंने किया ? अब ऐसे तो मैंने दरभंगा में एम्स भी खोल दिया था ? हाहाहाहाहा।
गृहमंत्री ---महाराज, इससे तो जनता विद्रोह पर उतर सकती है ?
राजा मंगलू---गृहमंत्री जी, आज हम जिस ऊंचाई पर है, वहां यदि हम अपनों का भी गला काट दें, तो वह भी "चूं" नहीं कर पा रहे है, और आप विद्रोह की बात कर रहे है ? मध्यप्रदेश व राजस्थान देखा ? दूध में मक्खी की तरह निकाल फेंका ?
गृहमंत्री जी, अभी मैं आपको भी यदि धक्के मारकर राज्य से निकलवा दूं, तो मेरी जर खरीद मीडिया व मेरे बेवकूफ अंधभक्त इसे मेरा मास्टरस्ट्रोक सिद्भ करने में जुट जायेगें ? और मेरा जयकारा अलग से लगायेगें ? कहो तो करके दिखाऊं ?
गृहमंत्री ---जी........जी ...जी ...नहीं ....महाराज ? मैं चलता हूं, मुझे राज्य के कुछ जरूरी काम..... मेरा मतलब ..... ....विपक्ष पर ईडी व सीबीआई का छापा पड़वाना है ?
राजा मंगलू---बस.....बस... गृहमंत्रीजी, ..... दरअसल,
यहीं हमारा असली काम है,... चुनाव व इसी कार्य के लिए हम 18-18 घंटे काम करते है।
विपक्ष में भय ईडी व सीबीआई का करो ? जनता में भय "हिन्दू खतरे में है," का करो ? और अपनों में भय मेरे समक्ष खड़े न होने का करों ? इसी में तुम्हारा कल्याण रहेगा। शीघ्र जाओ......और अपने मिशन पर लग जाओ ।
पर तुम्हें कुछ नहीं होगा, ये मेरी गारंटी है..... हाहाहाहाहा।
राजा मंगलू की विशैली हंसी सुन गृहमंत्री को भी डर लगने लगा, और वह दरबार से तुरंत खिसक लिए।
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