दोस्तों, जैसा कि मेरे हैडिंग से ही आप समझ गये होगे, कि आज हम करोना काल की बात करने जा रहे हैं। करोना ने हमारे देश भारत को या कहे पूरे विश्व को जो नुकसान पहुंचाया है, वो किसी से छिपा नहीं है, अमेरिका जैसा शक्तिशाली मुल्क भी इस वायरस से भयभीत हो गया। चीन की लापरवाही से पूरे विश्व ने इसका खामियाजा भुगता है, और अभी भी सभी देशों में हालात पूर्णतः सामान्य नहीं हुये है।
• इस करोना काल में लोगों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था, और अब भी कर रहे हैं। लाखों लोग इस करोना काल में अकाल मृत्यु को प्राप्त हो चुके हैं, और अभी भी पूरी दुनिया में लाखों लोग जीवन और मौत से जूझ रहे हैं। हम अपने आप को इतना एडवांस समझते थे, पर इस वायरस ने पूरे विश्व में सबको लाचार कर दिया। यह हमें यह भी बताता है, कि मनुष्य ने चाहें कितनी भी तरक्की कर ली हो, पर जीवन में उसे अभी कई पाठ सीखने बाकी है। यह प्रकृति की भी मनुष्य को चेतावनी है, कि अभी भी ब्रह्मांड में ऐसे तथ्य है, जिन पर शोध करना बाकी है।
• करोना काल में लाखों लोग काल के गाल में समा गये, उसमें मेरी प्यारी मां भी थी, जिन्हें मैं खो चुका हूं, लाखों लोगों का काम-काज छूट गया, लाखों लोग दुनिया में बेरोजगारी झेलने को मजबूर है,पर वो आखिर इतनी बड़ी आपदा की गुहार करे तो किससे करें, विवश होकर रह गये है हम सभी। चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते।
• अब कुछ आशा की किरण करोना वैक्सीन के रूप में परिलक्षित होती नजर आ रही है, पूरे विश्व में लोग टकटकी लगाकर वैक्सीन की तरफ देख रहे हैं। अब इसमें भी एक समस्या आयेगी, कि अमीर देश तो इसका खर्च आसानी से उठा लेंगे, पर उन गरीब देशों का क्या होगा, जहां के निवासी वैसे ही गरीबी की मार झेल रहे हैं, ऐसे में करोना वैक्सीन वो कैसे ले सकेंगे, आप सच सोच रहे हैं, ये लोग तब तक मरने के लिए बाध्य है, कर भी क्या सकते है। कई देशों की सरकारें इस वैक्सीन का खर्चा उठाने में असमर्थ होगी, ऐसे में अमीर देश भी तब तक सहायता को आगे नहीं आयेगे, जब तक उनके देश में उनके अंतिम नागरिक तक वैक्सीन उपलब्ध न हो जाये। ऐसे में गरीब देश सहायता के लिए तब तक अपनी झोली फैलाए खड़े रहेंगे, जब तक उन्हें इसका लाभ नहीं मिलने लगता।
• दोस्तों, ये करोना काल आफतकाल बनकर यकायक हमारे जीवन में आया है, यह कब तक और आगे रहेगा, कोई इसका अनुमान नहीं लगा सकता, पर इस करोना काल में मनुष्य ने कई पाठ पढ़ लिये है, ये अनुभव हमें जीवन भर याद रहेंगे, और आने वाली कई पीढ़ियां भी याद रखेंगी। हम लोग घरों में न चाहते हुए भी कैद होकर रह गये है। बहुत जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलना है, यह इस वायरस का प्रथम पाठ है, और निकलने पर पूरी तैयारी के साथ निकलें, यह दूसरा और अहम पाठ है।
• कल अच्छा हो, बस हम सब मिलकर यहीं कामना करते हैं। साथ ही विश्व को अपने आपको इस बात के भी तैयार करना होगा, कि भविष्य में ऐसी आपदाओं से तेजी से निपटने के लिए हम कितनी जल्दी अपने आप को सक्षम करते हैं। मनुष्य प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में में आज भी कितना अक्षम है, यह पूरे विश्व को मालूम पड़ चुका है। पर हर मुश्किल एक नया रास्ता भी बताती है, और हमें इस मुश्किल समय में नये रास्ते ढूंढने होगे, कैसे हम इसका सामना करना है, भविष्य में हमें अपने आपको तैयार करना होगा। आज को देखकर कल पर विजय प्राप्त करनी है, पर जो हमसे इस युद्ध में बिछड़ गए, उनकी याद ताउम्र हमें सालती रहेंगी।
• नमस्कार।
• इस करोना काल में लोगों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था, और अब भी कर रहे हैं। लाखों लोग इस करोना काल में अकाल मृत्यु को प्राप्त हो चुके हैं, और अभी भी पूरी दुनिया में लाखों लोग जीवन और मौत से जूझ रहे हैं। हम अपने आप को इतना एडवांस समझते थे, पर इस वायरस ने पूरे विश्व में सबको लाचार कर दिया। यह हमें यह भी बताता है, कि मनुष्य ने चाहें कितनी भी तरक्की कर ली हो, पर जीवन में उसे अभी कई पाठ सीखने बाकी है। यह प्रकृति की भी मनुष्य को चेतावनी है, कि अभी भी ब्रह्मांड में ऐसे तथ्य है, जिन पर शोध करना बाकी है।
• करोना काल में लाखों लोग काल के गाल में समा गये, उसमें मेरी प्यारी मां भी थी, जिन्हें मैं खो चुका हूं, लाखों लोगों का काम-काज छूट गया, लाखों लोग दुनिया में बेरोजगारी झेलने को मजबूर है,पर वो आखिर इतनी बड़ी आपदा की गुहार करे तो किससे करें, विवश होकर रह गये है हम सभी। चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते।
• अब कुछ आशा की किरण करोना वैक्सीन के रूप में परिलक्षित होती नजर आ रही है, पूरे विश्व में लोग टकटकी लगाकर वैक्सीन की तरफ देख रहे हैं। अब इसमें भी एक समस्या आयेगी, कि अमीर देश तो इसका खर्च आसानी से उठा लेंगे, पर उन गरीब देशों का क्या होगा, जहां के निवासी वैसे ही गरीबी की मार झेल रहे हैं, ऐसे में करोना वैक्सीन वो कैसे ले सकेंगे, आप सच सोच रहे हैं, ये लोग तब तक मरने के लिए बाध्य है, कर भी क्या सकते है। कई देशों की सरकारें इस वैक्सीन का खर्चा उठाने में असमर्थ होगी, ऐसे में अमीर देश भी तब तक सहायता को आगे नहीं आयेगे, जब तक उनके देश में उनके अंतिम नागरिक तक वैक्सीन उपलब्ध न हो जाये। ऐसे में गरीब देश सहायता के लिए तब तक अपनी झोली फैलाए खड़े रहेंगे, जब तक उन्हें इसका लाभ नहीं मिलने लगता।
• दोस्तों, ये करोना काल आफतकाल बनकर यकायक हमारे जीवन में आया है, यह कब तक और आगे रहेगा, कोई इसका अनुमान नहीं लगा सकता, पर इस करोना काल में मनुष्य ने कई पाठ पढ़ लिये है, ये अनुभव हमें जीवन भर याद रहेंगे, और आने वाली कई पीढ़ियां भी याद रखेंगी। हम लोग घरों में न चाहते हुए भी कैद होकर रह गये है। बहुत जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलना है, यह इस वायरस का प्रथम पाठ है, और निकलने पर पूरी तैयारी के साथ निकलें, यह दूसरा और अहम पाठ है।
• कल अच्छा हो, बस हम सब मिलकर यहीं कामना करते हैं। साथ ही विश्व को अपने आपको इस बात के भी तैयार करना होगा, कि भविष्य में ऐसी आपदाओं से तेजी से निपटने के लिए हम कितनी जल्दी अपने आप को सक्षम करते हैं। मनुष्य प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में में आज भी कितना अक्षम है, यह पूरे विश्व को मालूम पड़ चुका है। पर हर मुश्किल एक नया रास्ता भी बताती है, और हमें इस मुश्किल समय में नये रास्ते ढूंढने होगे, कैसे हम इसका सामना करना है, भविष्य में हमें अपने आपको तैयार करना होगा। आज को देखकर कल पर विजय प्राप्त करनी है, पर जो हमसे इस युद्ध में बिछड़ गए, उनकी याद ताउम्र हमें सालती रहेंगी।
• नमस्कार।
Corona period
• Friends, as from my heading you will understand that today we are going to talk about Karona era. The damage that Karona has done to our country or to the whole world is not hidden from anyone, even a powerful country like America became afraid of this virus. Due to the negligence of China, the whole world has suffered the brunt of this, and still the situation has not become completely normal in all countries.
• In this Karona period people suffered a lot of damage, and are still doing so. Millions of people have suffered premature death in this Karona period, and still millions of people are struggling with life and death all over the world. We considered ourselves so advanced, but this virus made everyone in the world helpless. It also tells us that no matter how much progress a man has made, he has yet to learn many lessons in life. It is also a warning to man of nature, that there are still facts in the universe, which are yet to be researched.
• During the Karona period, millions of people got absorbed in the cheek of time, in that there was also my dear mother, whom I have lost, millions of people lost their jobs, millions are forced to face unemployment in the world, but they are so big If we call for disaster, whom should we do? All of us are left constrained. Can't do anything by wishing.
• Now a ray of hope seems to be reflected in the form of the vaccine, people all over the world are looking at the vaccine by staring. Now there will also be a problem, that rich countries will easily bear the cost of this, but what will happen to those poor countries, where the residents are facing the same poverty, how will they be able to get the vaccine, you really think Have been, these people are still bound to die, what can they do. The governments of many countries will be unable to bear the cost of this vaccine, so even the rich countries will not come forward to help until the vaccine is available till their last citizen in their country. In such a situation, poor countries will continue to spread their bag for help till they get the benefit of it.
• Friends, this Karona period has come into our life as an emergency, how long it will be ahead, no one can guess it, but in this Karona time, man has read many lessons, these experiences will be remembered for us throughout our life, And many generations to come will also remember. We have remained imprisoned in the homes without wanting to. Exit only when it is needed, this is the first lesson of this virus, and come out with complete preparation, it is the second and important lesson.
• Have a good tomorrow, just wish we all together here. At the same time, the world must also prepare itself, how quickly we enable ourselves to deal with such disasters in future. The world is aware of how incapable man is in dealing with natural disasters even today. But every difficulty also tells a new path, and we have to find new paths in this difficult time, how we have to face it, in future we have to prepare ourselves. Looking at today, we have to conquer tomorrow, but the memories of those who got separated from us in this war will continue to be remembered.
• Hi..
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