Raja Mangalu was sitting with a frown on his "master"'s warning report. The report described the "image" of King Manglu being tarnished, which angered Manglu. Told the Home Minister to vent his anger --
------ How easily "Aka" spoke about my "image"? Hey, someone go and tell them that how many papads have I rolled day and night for this "image"?
For this "image" I change clothes 8-10 times a day.
To get this "image" I lie to the public all day long.
Hey, to brighten this image, I have engaged 25-30 "Bhompudharis" together in this work.
Still say, that I no longer have the "image" of "that". They must have had some misunderstanding, must... they...
Home Minister ----- Maharaj, take care of yourself, I mean..... you are lying on the throne itself.
Raja Manglu --- (controlling giggles) --- Oh... that.. what is it,.. 18-18 hours work load isn't it? That's why..... by the way did anyone see it?
Home Minister ----- Maharaj, your court is full of "army" of "incompetent" ministers, even after seeing no one will say "cheen"?
Raja Manglu---Then my "image".......how...
Home Minister --- All the "inefficient" ministers have been told to keep all the work from the state on hold and concentrate only on polishing your "image". By the way Maharaj, even after getting so many abuses everyday, do you still have hope that "Bachi hogi"?
Raja Manglu -- (Angrily) --- Home Minister...........? Stay within your limits, we do not like insolence.
Home Minister ---- The impudence is forgiven, Maharaj. I didn't mean "that". Your "blind devotees" and "retarded devotees" are sitting unnecessarily, they are getting "abused" daily.
Recently, "Cylinder Dancer" also came out to brighten your "image", but some journalists surrounded her and "humiliated" her by asking her to say something. The illiterates didn't even know that when Maharaj could not speak without "teleprompter", how could she speak? Just Maharaj, hurrrr..... hurrrr... and chased him away.
Raja Mangalu --- The "Cylinder Dancer" did it right. Ask us any question, we cannot tolerate it.
Mr. Home Minister, make an announcement in the state that from now on, if any journalist questions me or my "incompetent ministers", arrangements should be made to put a big "tape" on their mouths.
Orders were given to "fulfilment of orders" of King Mangalu in the entire state.
------ How easily "Aka" spoke about my "image"? Hey, someone go and tell them that how many papads have I rolled day and night for this "image"?
For this "image" I change clothes 8-10 times a day.
To get this "image" I lie to the public all day long.
Hey, to brighten this image, I have engaged 25-30 "Bhompudharis" together in this work.
Still say, that I no longer have the "image" of "that". They must have had some misunderstanding, must... they...
Home Minister ----- Maharaj, take care of yourself, I mean..... you are lying on the throne itself.
Raja Manglu --- (controlling giggles) --- Oh... that.. what is it,.. 18-18 hours work load isn't it? That's why..... by the way did anyone see it?
Home Minister ----- Maharaj, your court is full of "army" of "incompetent" ministers, even after seeing no one will say "cheen"?
Raja Manglu---Then my "image".......how...
Home Minister --- All the "inefficient" ministers have been told to keep all the work from the state on hold and concentrate only on polishing your "image". By the way Maharaj, even after getting so many abuses everyday, do you still have hope that "Bachi hogi"?
Raja Manglu -- (Angrily) --- Home Minister...........? Stay within your limits, we do not like insolence.
Home Minister ---- The impudence is forgiven, Maharaj. I didn't mean "that". Your "blind devotees" and "retarded devotees" are sitting unnecessarily, they are getting "abused" daily.
Recently, "Cylinder Dancer" also came out to brighten your "image", but some journalists surrounded her and "humiliated" her by asking her to say something. The illiterates didn't even know that when Maharaj could not speak without "teleprompter", how could she speak? Just Maharaj, hurrrr..... hurrrr... and chased him away.
Raja Mangalu --- The "Cylinder Dancer" did it right. Ask us any question, we cannot tolerate it.
Mr. Home Minister, make an announcement in the state that from now on, if any journalist questions me or my "incompetent ministers", arrangements should be made to put a big "tape" on their mouths.
Orders were given to "fulfilment of orders" of King Mangalu in the entire state.
हिन्दी रुपांतरण
राजा मंगलू अपने "आका" की चेतावनी रिपोर्ट आने पर मुंह बनाये बैठा हुआ था। रिपोर्ट में राजा मंगलू की "छवि" धूमिल होने की बात का वर्णन था, जिससे मंगलू बेहद खफा था। अपनी भड़ास निकालने के लिए गृहमंत्री से बोला --
------ कितनी आसानी से "आका" ने बोल दिया मेरी "छवि" के बारे में ? अरे कोई तो उनसे जाकर बोलो कि इस "छवि" के लिए मैंने दिन-रात कितने पापड़ बेले है ?
इस "छवि" के लिए मैं दिन में 8-10 बार कपड़े बदलता हूं।
इस "छवि" को पाने के लिए दिन भर जनता से झूठ बोलता हूं।
अरे इसी छवि को चमकाने के लिए मैंने 25-30 "भोंपूधारियों" को एक साथ इसी काम में लगा रखा है।
फिर भी कहते है, कि मेरी अब "वो" वाली "छवि" नहीं है। जरुर इन्हें कुछ गलतफहमी हुई है, जरूर... इन्हें...
गृहमंत्री -----महाराज, अपने आपको सम्भालियें, मेरा मतलब ...है.....आप सिंहासन पर ही लेट गये है।
राजा मंगलू---(खीसी निपोरते हुए)--- ओह...वो .. क्या है,.. 18-18 घंटे का वर्क लोड है न ? इसलिए .....वैसे किसी ने देखा तो नहीं ?
गृहमंत्री -----महाराज, आपके दरबार में "नाकारा" मंत्रियों की "फौज" की भरमार है, देखकर भी कोई "चीं" नहीं बोलेगा ?
राजा मंगलू----फिर मेरी "छवि" .......कैसे...
गृहमंत्री ---सभी "नाकारा" मंत्रियों को बोल दिया गया है, कि राज्य से सारे काम ताक पर रखकर सिर्फ आपकी "छवि" चमकाने पर ही ध्यान दें । वैसे महाराज, रोज इतनी गालियां खाने के बाद भी आपको उम्मीद है, कि "बची होगी" ?
राजा मंगलू-- (गुस्से से)---गृहमंत्रीजी........... ? अपनी हद में रहे, गुस्ताखियां हमें पसंद नहीं।
गृहमंत्री ---- गुस्ताखी माफ हो महाराज। मेरा मतलब "वो" नहीं था। आपके "अंधभक्त" व "मंदभक्त" फालतू थोड़े ही बैठे है, रोज "गालियां" ही तो खा रहे है।
अभी हाल में "सिलेंडर नर्तकी" भी आपकी "छवि" चमकाने के लिए ही निकली थी, पर कुछ पत्रकारों ने उन्हें घेर कर कुछ बोलने की कहकर उन्हें "ज़लील" कर दिया । जाहिलों को यह भी पता नहीं था, जब महाराज "टेलीप्रोम्प्टर" के बिना नहीं बोल पाते है, तो वो कैसे बोल लेती ? बस महाराज, हुरर्र.....हुर्रर्र.......करके भगा दिया।
राजा मंगलू --- "सिलेंडर नर्तकी" ने यह ठीक किया। हमसे कोई सवाल करें, यह हमें बर्दास्त नहीं।
गृहमंत्री जी, राज्य में घोषणा करवा दें, अब से जो भी पत्रकार मुझसे या मेरे "नाकारा मंत्रियों" से कोई भी सवाल करें, तो उनके मुंह पर बड़ा सा "टेप" लगवाने का इंतजाम किया जाये।
पूरे राज्य में राजा मंगलू के "हुक्म की तामीली" के आदेश दे दिए गये।
------ कितनी आसानी से "आका" ने बोल दिया मेरी "छवि" के बारे में ? अरे कोई तो उनसे जाकर बोलो कि इस "छवि" के लिए मैंने दिन-रात कितने पापड़ बेले है ?
इस "छवि" के लिए मैं दिन में 8-10 बार कपड़े बदलता हूं।
इस "छवि" को पाने के लिए दिन भर जनता से झूठ बोलता हूं।
अरे इसी छवि को चमकाने के लिए मैंने 25-30 "भोंपूधारियों" को एक साथ इसी काम में लगा रखा है।
फिर भी कहते है, कि मेरी अब "वो" वाली "छवि" नहीं है। जरुर इन्हें कुछ गलतफहमी हुई है, जरूर... इन्हें...
गृहमंत्री -----महाराज, अपने आपको सम्भालियें, मेरा मतलब ...है.....आप सिंहासन पर ही लेट गये है।
राजा मंगलू---(खीसी निपोरते हुए)--- ओह...वो .. क्या है,.. 18-18 घंटे का वर्क लोड है न ? इसलिए .....वैसे किसी ने देखा तो नहीं ?
गृहमंत्री -----महाराज, आपके दरबार में "नाकारा" मंत्रियों की "फौज" की भरमार है, देखकर भी कोई "चीं" नहीं बोलेगा ?
राजा मंगलू----फिर मेरी "छवि" .......कैसे...
गृहमंत्री ---सभी "नाकारा" मंत्रियों को बोल दिया गया है, कि राज्य से सारे काम ताक पर रखकर सिर्फ आपकी "छवि" चमकाने पर ही ध्यान दें । वैसे महाराज, रोज इतनी गालियां खाने के बाद भी आपको उम्मीद है, कि "बची होगी" ?
राजा मंगलू-- (गुस्से से)---गृहमंत्रीजी........... ? अपनी हद में रहे, गुस्ताखियां हमें पसंद नहीं।
गृहमंत्री ---- गुस्ताखी माफ हो महाराज। मेरा मतलब "वो" नहीं था। आपके "अंधभक्त" व "मंदभक्त" फालतू थोड़े ही बैठे है, रोज "गालियां" ही तो खा रहे है।
अभी हाल में "सिलेंडर नर्तकी" भी आपकी "छवि" चमकाने के लिए ही निकली थी, पर कुछ पत्रकारों ने उन्हें घेर कर कुछ बोलने की कहकर उन्हें "ज़लील" कर दिया । जाहिलों को यह भी पता नहीं था, जब महाराज "टेलीप्रोम्प्टर" के बिना नहीं बोल पाते है, तो वो कैसे बोल लेती ? बस महाराज, हुरर्र.....हुर्रर्र.......करके भगा दिया।
राजा मंगलू --- "सिलेंडर नर्तकी" ने यह ठीक किया। हमसे कोई सवाल करें, यह हमें बर्दास्त नहीं।
गृहमंत्री जी, राज्य में घोषणा करवा दें, अब से जो भी पत्रकार मुझसे या मेरे "नाकारा मंत्रियों" से कोई भी सवाल करें, तो उनके मुंह पर बड़ा सा "टेप" लगवाने का इंतजाम किया जाये।
पूरे राज्य में राजा मंगलू के "हुक्म की तामीली" के आदेश दे दिए गये।
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