The country is celebrating its 77th Independence Day. In the year 1947, we had liberated our country by fighting against the British. Maharathis like Mahatma Gandhi, Netaji Subhash Chandra Bose had an incomparable contribution in this freedom, as well as there was such a spirit in every citizen of India that he had made all of them a "soldier".
Whenever Independence Day comes, our television media starts showing Pakistan-India war movies instead of "British Quit India" movies, so it seems a bit strange. It is not understood by showing these films, what message today's television media wants to serve?
When partition happened on 14th and 15th August 1947, before that we fought together against the British? So when did Pakistan jump against us in the freedom struggle?
The way it is repeatedly shown by the television media through false propaganda, so that the generations to come may not understand that our country was not freed from "British" but from "Pakistan".
Jai Hind Jai Bharat.
हिन्दी रुपांतरण
देश अपना 77 वां स्वतत्रंता दिवस मना रहा है। वर्ष 1947 में हमने अंग्रेज़ो से लड़कर अपने देश को आजाद कराया था। इस आजादी में महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जैसे महारथियों का तो अतुलनीय योगदान था ही, साथ ही भारत के हर नागरिक में ऐसा जज्बा था, कि उसने उन सभी को एक "सैनिक" बना दिया था ।
स्वतंत्रता दिवस जब भी आता है, तो हमारा टेलीविजन मीडिया "अंग्रेजों भारत छोड़ो" की फिल्मों के स्थान पर पाकिस्तान-भारत के युद्ध वाली फिल्में दिखाने लगता है, तो थोड़ा अटपटा लगता है। इन फिल्मों को दिखाकर समझ नहीं आता, कि आज का टेलीविजन मीडिया क्या संदेश परोसना चाहता है ?
जब 14 व 15 अगस्त 1947 को विभाजन हुआ, उससे पहले तो हम एकसाथ अंग्रेजों से लड़े थे ? तो आजादी की लड़ाई में पाकिस्तान हमारे विरुद्ध कब कूद पड़ा ?
जिस तरह बार-बार गलत प्रचार करके टेलीविजन मीडिया द्वारा यह दिखाया जाता है, उससे आने वाली नस्लें कहीं यह न समझने लगें, कि हमारा मुल्क "अंग्रेजों" से नहीं, अपितु "पाकिस्तान" से आजाद हुआ था।
जय हिन्द, जय भारत।
स्वतंत्रता दिवस जब भी आता है, तो हमारा टेलीविजन मीडिया "अंग्रेजों भारत छोड़ो" की फिल्मों के स्थान पर पाकिस्तान-भारत के युद्ध वाली फिल्में दिखाने लगता है, तो थोड़ा अटपटा लगता है। इन फिल्मों को दिखाकर समझ नहीं आता, कि आज का टेलीविजन मीडिया क्या संदेश परोसना चाहता है ?
जब 14 व 15 अगस्त 1947 को विभाजन हुआ, उससे पहले तो हम एकसाथ अंग्रेजों से लड़े थे ? तो आजादी की लड़ाई में पाकिस्तान हमारे विरुद्ध कब कूद पड़ा ?
जिस तरह बार-बार गलत प्रचार करके टेलीविजन मीडिया द्वारा यह दिखाया जाता है, उससे आने वाली नस्लें कहीं यह न समझने लगें, कि हमारा मुल्क "अंग्रेजों" से नहीं, अपितु "पाकिस्तान" से आजाद हुआ था।
जय हिन्द, जय भारत।
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