The language used by BJP MP Ramesh Bidhuri in the new Parliament is shown here.
The foul language he used in open Parliament, that too in front of the Speaker, is extremely shameful and unforgivable. This indecent language of the BJP MP gives an easy idea of how much poison of a particular class is filled within the people sitting inside the BJP party. This was the Parliament, hence this much decorum was maintained, otherwise it can be easily estimated how poisonous language people like "Bidhuri" would use in the streets.
One thing that surprised me was that even after seeing and hearing all this, why did the few Muslim leaders within BJP not open a front against BJP MP "Bidhuri"? Why should he just keep looking at the idol like a fool? Have both his self-respect and conscience died while being in the party?
How deadly and poisonous a party BJP is for the country can be gauged from the fact that if BJP party moves forward with the thinking of "Bidhuri", then it is not known whether India will become the third economic superpower or not? But if we regain power, the fear of disintegration of the country will definitely remain.
Therefore, in the interest of the country, there is a need to be very careful with the BJP party.
हिन्दी रुपांतरण
बीजेपी सांसद रमेश बिधुड़ी ने नये संसद में जिस भाषा का प्रयोग किया है, 👇 वह यहां दर्शित है।
जिस गिरी हुई भाषा का प्रयोग खुली संसद में, वो भी स्पीकर के सामने उन्होंने किया, वह बेहद शर्मनाक व अक्षम्य है। बीजेपी के सांसद की इस अमर्यादित भाषा से सहज अंदाजा लग जाता है, कि बीजेपी पार्टी के अंदर बैठे लोगों के अंदर एक विशेष वर्ग के कितना जहर भरा हुआ है। वो तो यह संसद थी, इसलिए इतनी भी मर्यादा का ध्यान रखा गया, अन्यथा गली-मोहल्लों में "बिधुड़ी" जैसे लोग कितनी जहरीली भाषा का प्रयोग करते होगे, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
एक बात का अचरज भी हुआ, कि यह सभी कुछ देखने व सुनने के बाद भी बीजेपी के अंदर जो चंद मुसलमान नेता हैं, उन्होंने बीजेपी सांसद "बिधुड़ी" के खिलाफ मोर्चा क्यों नहीं खोला ? क्यों वह किंकर्तव्यविमूढ़ की तरह बस मूर्ति बने देखते रहें ? क्या पार्टी में रहते-रहते उनका खुद का आत्मसम्मान व ज़मीर दोनों मर चुके है ?
बीजेपी देश के लिए कितनी घातक व जहरीली पार्टी है, उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता हे, कि "बिधुड़ी" की सोच से यदि बीजेपी पार्टी आगे चलती है, तो भारत तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनेगा या नहीं, यह तो पता नहीं ? परन्तु पुनः सत्ता प्राप्त होने पर देश के टुकड़े होने का भय अवश्य बना रहेगा।
इसलिए देशहित में बीजेपी पार्टी से अति सावधान रहने की आवश्यकता है।
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